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Proofreading Kya Hota Hai – यह प्रश्न उन सभी लोगो के लिए अहम् हो जाता है जब कोई content writing का काम करता है या content writing कैसे करे यह सीखना चाहता है. लिखने की कार्यशीलता का महत्वा कितना होता है यह तो हम सभी जानते है, लेकिन लिखी हुई चीजों का सुधर करना भी उतना ही जरूरी है.
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जब हम कुछ लिखते हैं, तो हमारी लिखी हुई सामग्री में छोटी-छोटी गलतियाँ रह जाती है जैसे की, Gramamer, Spelling, Verb, इत्यादि. इन सभी गलतियों को सुधारने का काम करने वालो को proofreaders कहा जाता है. इस article में हम आपको बताएँगे की Proofreading Kya Hota Hai? इसका महत्वा क्या है और कैसे आप लिखे गए article में इसको लागु कर सकते हैं?
Proofreading Kya Hota Hai (प्रूफरीडिंग क्या होता है)
Prooreading का अर्थ होता है किसी भी लिखे गए article, documents, या फिर कोई भी अन्य चीज़ को ध्यान से जाँच करके उसमे की गयी भूल या गलतियों को सुधरने का काम करना.
इस प्रक्रिया में content writer द्वारा लिखा गया कंटेंट ध्यान से पढ़ा जाता है और उसमे की गयी भूल या गलतियों को सुधार जाता है चाहे वह गलती spelling, verbs, rationality, comma, fullstop, या question mark इत्यादि में हो. गलतियाँ एकबार पकड़ में आने के बाद उसमे सुधर करके कंटेंट को और भी सुदृढ़ और समर्थन किया जाता है.
Proofreading Ka Vyavsayik Mahatva: (प्रूफरीडिंग का व्यवसायिक महत्व)
Proofreading का महत्व व्याकरण, शैली और प्रतिभा की दृष्टि से समझना चाहिए. यदि आप किसी भी प्रकार के लिखे गए लेख को बिना प्रूफरीडिंग के प्रकाशित करते हैं, तो ये आपकी लेखन की प्रतिभा को कम कर सकता है. आपके लेख में हुई छोटी-छोटी गलतियों का बहुत बड़ा दुस्प्रभाव पढ़ सकता है, और अगर आप किसी कंपनी के लिए कंटेंट राइटिंग का काम करते है तो आपको भविष्य में नए प्रोजेक्ट मिलने में काफी मुसीबतों का सामना करना पढ़ सकता है. इसलिए हमेशा अपने writing को पूरा करने के बाद proofreading करने से सारी गलतियों का सुधर हो जाता है और content उच्च कोटि का बनता है.
Proofreading Ka Vyavsayik Upayog (प्रूफरीडिंग का व्यावसायिक उपयोग)
Proofreading का व्यावसायिक उपयोग अलग-अलग क्षेत्रों मैं होता है. Proofreading ka vyavsayik upayog alag-alag kshetron mein hota hai. प्रूफरीडिंग की आवश्यकता प्रकाशन गृहों (publishing houses), शैक्षणिक संस्थानों (educational institutions) और कॉर्पोरेट क्षेत्रों (corporate sectors) में होती है. वे लेख में सुधर करके उसे अधिक प्रशंसनीय और समझने योग्य बनाते हैं, इससे लेख का महत्व बढ़ता है और लोकप्रियता भी बढती है.
Proofreading Ke Karyakshetra (प्रूफरीडिंग के कार्यक्षेत्र):
Proofreading ka karyakshetra vyapak hai aur isme kai alag-alag prakar ke padarth shamil hote hain. Kuch pramukh proofreading karyakshetra niche diye gaye hain:
- प्रकाशन घर (Publishing house): प्रकाशन घर जैसे की किताबों, पत्रिकों, साहित्यिक लेखों की प्रकाशन करते हैं, उनके लेख को proofreading के लिए अनेक proofreaders को काम में लाया जाता है. इससे लिखे गए लेख में गलती की संभावना बहुत हद तक ना के बराबर हो जाती है, और इसका सकारात्मक असर देखने को मिलता है.
- पत्रकारिता (Journalism): पत्रकारिता क्षेत्र में भी काफी बड़ा योगदान रहता है. समाचार लेखन, लेखकों के द्वारा लिखे गए लेखों और पत्र-पत्रिकाओं के प्रकाशन में proofreaders की भूमिका किसी भी मामले में कम नहीं होती है. Proofreaders के कारण लेखकों के लेख में गलतियों की संभावना बिलकुल समाप्त हो जाती है.
- कॉर्पोरेट क्षेत्र (Corporate Sector): कॉर्पोरेट क्षेत्र में भी proofreading का उपयोग होता है. वहाँ व्यवसायिक पत्र, व्यवसायिक सामग्री और व्यवसायिक प्रस्तावों को सुधरने के लिए proofreaders की आवश्यकता होती है.
Proofreading Meaning in Hindi
दोस्तों, उपरोक्त सारी जानकारियाँ प्राप्त करने के बाद आप अबतक यह जान चुके होंगे की प्रूफरीडिंग का हिंदी में क्या अर्थ है (Proofreading meaning in Hindi). इस आर्टिकल में हमने आपको proofreading के बारे में विस्तार से समझाने का प्रयत्न किया है. अगर आपके मन में कोई सवाल है, तो आप निचे दिए गए कमेंट सेक्शन में पुच सकते हैं.
Recommended: एक अच्छा proofreader चाहे तो Google AdSense लेकर अपनी वेबसाइट में content लिखकर लाखों की earning कर सकता है. इसलिए पढ़िए “Adsense ID Kaise Banaye?“
क्या Proofreading से पैसा कमाया जा सकता है?
बिलकुल, Proofreading इन्टरनेट से पैसे कमाने का बहुत अच्छा माध्यम है. Proofreading का काम करने वालों को Proofreader कहते हैं और इसके लिए आर्टिकल लिखने की जरूरत नहीं पड़ती है. Proofreading के काम में Proofreader को आर्टिकल को चेक करना होता है और उसमे मौजूद छोटी-छोटी गलतियों को सुधारना पड़ता है, जैसे की Grammatical Errors, Spelling Mistakes, इत्यादि.
Proofreading का काम करके आप अच्छा खासा पैसा कम सकते हैं और इस छेत्र में job opportunity काफी ज्यादा है. इस काम को करने के लिए आपको ढेर सारी freelancing वेबसाइट मिल जाएगी जहाँ इस काम के लिए आप अप्लाई कर सकते हैं और घर से काम करके एक अच्छा इनकम generate कर सकते हैं.
एक अच्छे क्वालिटी का कंटेंट तैयार करने के लिए काफी चीजों की आवश्यकता होती है, ज्यादा जानकारी के लिए पढ़ें, High Quality Content Kya Hai?
निष्कर्ष (Conclusion):
इस लेख में अपने पढ़ा की Proofreading Kya Hota Hai, कौन-कौन से व्यावसायिक छेत्र में इसका इस्तेमाल किया जाता है, इत्यादि, लेकिन क्या आप जानते है, Proofreading kaise kiya jata hai और इसके लिए कौन-कौन से उपकरणों की आवश्यकता होती है? इन सारे प्रश्नों का उत्तर पाने के लिए हमारा proofreading से संबंधित एक और आर्टिकल “Proof Reading Kaise Kare” को जरूर पढ़ें.
Recommended: इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के बाद आपको Proofreading के बारे में अच्छी खासी जानकारी हासिल कर चुके है. लेकिन अच्छे से proofreading के बाद भी अगर content Google पर index नहीं होता, तो उसकी कोई वैल्यू नहीं रह जाती. अतः इस समस्या के समाधान के लिए हमारा यह आर्टिकल एकबार जरूर पढ़ें; How to Index Your Website in Google?